गरियाबंद, 13 दिसंबर। कलेक्टर बी.एस. उइके के मार्गदर्शन में तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी अशोक कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में संचालित जिले में लिंग आधारित हिंसा के उन्मूलन एवं महिलाओं की सुरक्षा सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित 16 दिवसीय जागरूकता अभियान का समापन महिला सशक्तिकरण केंद्र द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला समन्वयक सुश्री मनीषा वर्मा ने छात्र-छात्राओं को लिंग आधारित हिंसा के विभिन्न रूपों, इसके सामाजिक, मानसिक एवं शारीरिक प्रभावों तथा इससे बचाव एवं रिपोर्टिंग की प्रक्रिया की विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बालिकाओं को आत्मनिर्भर एवं जागरूक बनाना ही हिंसा-मुक्त समाज निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
महिला सशक्तिकरण केंद्र द्वारा जिलेभर में विद्यालयों, प्रशिक्षण संस्थानों एवं समुदायों में लिंग समानता, आत्मरक्षा, साइबर सुरक्षा, बाल विवाह निषेध, मानव तस्करी रोकथाम, कानून संबंधी अधिकारों तथा मानसिक स्वास्थ्य जैसे विषयों पर विभिन्न जागरूकता गतिविधियाँ आयोजित की गईं। बालिकाओं को 181 महिला हेल्पलाइन, शी-बॉक्स पोर्टल और अन्य सुरक्षा सेवाओं की जानकारी भी प्रदान की गइसमापन अवसर पर छात्राओं द्वारा पोस्टर, निबंध एवं रंगोली प्रतियोगिताओं में उत्साहपूर्वक सहभागिता की गई। विजेताओं को प्रमाण पत्र व पुरस्कार वितरित किए गए। विद्यालय प्रबंधन एवं शिक्षकों ने इस अभियान की सराहना करते हुए इसे समाज के लिए महत्वपूर्ण पहल बताया। कार्यक्रम में महिला एवं बाल विकास विभाग से जेंडर विशेषज्ञ श्रीमती पद्मिनी दीवान, .श्रीमती अर्चना सिंह सहित, सुश्री शोभा मरकाम, श्वेता शुक्ला सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
